500 से अधिक माई भारत युवा स्वयंसेवकों ने संवैधानिक मूल्यों का जश्न मनाते हुए पदयात्रा में भाग लिया
चंडीगढ़, 27 नवंबर 2024:यूटी चंडीगढ़ प्रशासक के सलाहकार श्री राजीव वर्मा ने आज चंडीगढ़ में संविधान दिवस मनाने के लिए 500 माई भारत युवा स्वयंसेवकों के साथ ‘मेरा संविधान मेरा स्वाधीन’ विषय पर पदयात्रा (पैदल मार्च) को झंडी दिखाकर रवाना किया। इस कार्यक्रम का आयोजन चंडीगढ़ प्रशासन द्वारा नेहरू युवा केंद्र संगठन, युवा मामले और खेल मंत्रालय, भारत सरकार के सहयोग से बी. आर. अम्बेडकर भवन, सेक्टर-37, चंडीगढ़ में किया गया था।
श्री राजीव वर्मा ने कहा कि आज अपार खुशी और गर्व का दिन है, क्योंकि हम भारतीय संविधान को अपनाने का जश्न मनाते हैं और भारत की लोकतांत्रिक यात्रा में एक महत्वपूर्ण मील के पत्थर को चिह्नित करते हुए संस्थापकों के दृष्टिकोण का सम्मान करने का संकल्प लेते हैं। उन्होंने चंडीगढ़ के सभी नागरिकों से अपील की कि वे आगे आएं और संविधान में उल्लिखित हमारे मौलिक अधिकारों, कर्तव्यों और कानून के बारे में जागरूक होकर इस राष्ट्रव्यापी अभियान का हिस्सा बनें।
पदयात्रा के बारे में अधिक जानकारी देते हुए, जिला युवा अधिकारी, नेहरू युवा केंद्र चंडीगढ़, सुश्री संजना वत्स ने उल्लेख किया कि यह पदयात्रा केंद्रीय युवा मामले और खेल और श्रम और रोजगार मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया द्वारा एक वर्ष के दौरान की जाने वाली पदयात्राओं की एक श्रृंखला का हिस्सा है, जिन्होंने 25 नवंबर, 2024 को नई दिल्ली में संविधान दिवस मनाने के लिए 10,000 माई भारत युवा स्वयंसेवकों के साथ ‘मेरा संविधान मेरा स्वाधीन’ विषय पर एक पदयात्रा (पैदल मार्च) का नेतृत्व किया। श्रृंखला की प्रत्येक पदयात्रा युवाओं को प्रेरित करने और भारत की समृद्ध विरासत का जश्न मनाने के लिए एक अनूठी विषय पर केंद्रित होगी।
कार्यक्रम की शुरुआत डॉ. बी. आर. अम्बेडकर जी को पुष्पांजलि के साथ एक उद्घाटन समारोह के साथ हुई, जिसके बाद डॉ. अम्बेडकर के जीवन और योगदान को प्रदर्शित करने वाले युवाओं द्वारा चित्रों की एक व्यापक कला प्रदर्शनी का आयोजन किया गया।
पदयात्रा बी आर अम्बेडकर भवन, सेक्टर-37 से शुरू होकर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, सेक्टर-42, स्टेडियम में समाप्त हुई। इस पदयात्रा में माई भारत वॉलंटियर्स, एनवाईकेएस, एनएसएस, स्कूल शिक्षा और खेल विभाग सहित विभिन्न संगठनों के 500 से अधिक युवा प्रतिभागियों ने भाग लिया। युवाओं की भागीदारी इस आयोजन का एक मुख्य घटक है। इन गतिविधियों को युवा नागरिकों और उनकी संवैधानिक विरासत के बीच एक सार्थक संबंध बनाने के लिए तैयार किया गया है।
इस अवसर पर खेल और शिक्षा सचिव सुश्री प्रेरणा पुरी, श्री एच.एस. बरार, निदेशक स्कूल शिक्षा, श्री सौरभ अरोड़ा, निदेशक खेल और संस्कृति, श्री राजीव तिवारी, निदेशक जनसंपर्क, नेहरू युवा केंद्र संगठन के राज्य निदेशक डॉ. अमरजीत सिंह तथा चंडीगढ़ प्रशासन के अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे। कार्यक्रम के पूरक के रूप में एक संवादात्मक प्रस्तावना पठन समारोह आयोजित किया गया, जिसमें युवा प्रतिभागियों ने भारत के संवैधानिक मूल्यों से जुड़ाव महसूस किया।
यह आयोजन संविधान के 75वें वर्ष के साल भर चलने वाले समारोह में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, जो विकसित भारत 2047 के लिए संवैधानिक मूल्यों को संरक्षित करने और बढ़ावा देने में युवाओं की भूमिका पर जोर देता है।