चंडीगढ़, 14 मार्चः
‘युवा संगम कार्यक्रम’ के हिस्से के रूप में, झारखंड के 51 छात्रों के एक समूह ने पंजाब राजभवन, चंडीगढ़ में एक विशिष्ट अवसर के अन्तर्गत पंजाब के राज्यपाल के साथ मुलाकात की।
युवा संगम कार्यक्रम के महत्व पर प्रकाश डालते हुए राज्यपाल श्री बनवारी लाल पुरोहित ने कहा कि यह कार्यक्रम प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की प्रमुख पहल, ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ के अंतर्गत आता है। इसका उद्देश्य भारत भर के विभिन्न राज्यों के युवाओं के बीच सांस्कृतिक संबंधों को गहरा करना और सामंजस्य को बढ़ावा देना है।
राज्यपाल श्री पुरोहित ने छात्रों को अपने जीवन में ‘सादा जीवन, उच्च विचार’ के सिद्धांत को अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया और उन्हें ईमानदारी और सत्यनिष्ठा के साथ जीवन यापन के लिए प्रेरित किया। इसके साथ ही, उन्होंने खुद से पहले राष्ट्र की भावना के साथ आगे बढ़ने और विकसित भारत@2047 के सपने को साकार करने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की आवश्यकता पर बल दिया।
राज्यपाल ने अंतर-सांस्कृतिक संबंधों को बढ़ावा देकर हमारे राष्ट्र के ताने-बाने को मजबूत करने की युवा संगम कार्यक्रम की क्षमता संबंधी आशा व्यक्त की। उन्होंने कहा कि पंजाब और झारखंड के बीच आपसी सहयोग छात्रों को पंजाब की संस्कृति के प्रति व्यापक और बहुआयामी समझ प्रदान करेगा। यह गहन अनुभव न केवल उनकी शैक्षणिक यात्रा को समृद्ध करेगा बल्कि हमारे राष्ट्र को परिभाषित करने वाली सांस्कृतिक विविधता के प्रति गौरव को भी बढ़ाएगा।इस पहल के तहत, पूरे भारत के 22 उच्च शिक्षण संस्थानों को जोड़ा गया है, जिनमें से पंजाब और झारखंड की भी एक जोड़ी है।
युवा संगम कार्यक्रम सांस्कृतिक आदान-प्रदान का एक ऐसा गतिशील मंच है जहां भारत की विविधता का जश्न मनाया जाता है। एक्सपोज़र टूर के माध्यम से, प्रतिभागियों को प्राकृतिक परिदृश्य, विकासात्मक उपलब्धियों और मेजबान राज्य की जीवंत संस्कृति सहित जीवन के विभिन्न पहलुओं की जानकारी मिलती है। पर्यटन, परंपरा, प्रगति, प्रौद्योगिकी और परस्पर संपर्क (व्यक्ति से व्यक्ति) नामक 5 ‘प’ को समेटे हुए यह कार्यक्रम राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 में उल्लिखित दृष्टिकोण के अनुरूप है।
राज्यपाल और छात्रों के बीच बातचीत का यह दौर बड़े ही उत्साहपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ, जिसमें छात्रों ने राज्यपाल के साथ मुलाकात के इस विशेष अवसर के लिए आभार व्यक्त किया।