पिछले कई वर्षों से नगर निगम को हो रहा है करोड़ों का नुकसान : डॉ. एसएस आहलूवालिया
बीजेपी जानबूझकर लोगों को 20 हजार लीटर मुफ्त पानी देने से रोक रही है: मेयर कुलदीप कुमार
पानी के लीकेज और खराब मीटरों को ठीक कराने से नगर निगम को करोड़ों रुपये मिलेंगे
चंडीगढ़, 29 मार्च, 2024: चंडीगढ़ में पीने के पानी को लेकर आज चंडीगढ़ प्रेस क्लब में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पंजाब जल आपूर्ति और सीवरेज बोर्ड के चेयरमैन और सह-प्रभारी आम आदमी पार्टी चंडीगढ़ डॉ. एसएस आहलूवालिया और मेयर कुलदीप कुमार ने कई बड़े खुलासे किये। इस दौरान चंडीगढ़ कांग्रेस अध्यक्ष एच.एस. लक्की, आप पार्षद योगेश ढींगरा, प्रेम लता और कांग्रेस पार्षद गुरप्रीत गाबी, जसवीर बंटी, तरूणा मेहता भी मौजूद रहे।
डॉ. एसएस आहलूवालिया ने खुलासा करते हुए कहा कि कैसे ख़राब मीटरों के द्वारा अधिकारियों की मिलीभगत से पिछले कई सालों से चंडीगढ़ नगर निगम को जानबूझकर करोड़ों का नुकसान पुहंचाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि आरटीआई से मिली जानकारी से पता चला है कि चंडीगढ़ में कुल 1,85,515 पेयजल मीटर लगाए गए हैं। इनमें से 1,73398 मीटर आवासीय मकानों में लगे हैं। इनमें से 35,220 मीटर ख़राब हैं, जो काम नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इन खराब मीटरों की वजह से चंडीगढ़ नगर निगम को पिछले कई सालों से करोड़ों रुपये का नुकसान हो रहा है।
डॉ. एसएस आहलूवालिया ने बीजेपी को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि पिछले 8 सालों में बीजेपी ने चंडीगढ़ नगर निगम को पूरी तरह से फेल कर दिया है। भाजपा ने अपने कार्यकाल में जानबूझकर अधिकारियों से मिलीभगत कर नगर निगम को घाटे में पहुंचाया है। 35,220 मीटर ख़राब होने के बावजूद आज तक कोई कार्रवाई नहीं होना एक बड़ी साजिश का हिस्सा है। अगर ये मीटर सही समय पर ठीक हो गए होते तो आज नगर निगम घाटे में नहीं होता।
उन्होंने आगे कहा कि आरटीआई से जानकारी मिली है कि चंडीगढ़ में 50,359 ऐसे मीटर हैं, जिनकी खपत 20,000 लीटर प्रति माह से कम है। इन मीटरों का औसत मासिक बिल 39,65,771 रुपये है। जिन्हें आसानी से मुफ्त पानी दिया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ प्रशासक बनवारी लाल परोहित द्वारा चंडीगढ़ नगर निगम द्वारा पारित 20,000 लीटर मुफ्त पानी के एजेंडे को अचानक बिना सोचे-समझे खारिज कर दिया गया। जो चंडीगढ़ के लोगों के साथ अन्याय है। उन्होंने कहा कि बीजेपी अपने नेताओं के कार्यक्रमों पर करोड़ों रुपये खर्च करती है, लेकिन चंडीगढ़ वासियों के लिए 39,65,771 रुपये नहीं हैं, जिससे चंडीगढ़वासियों को 20,000 लीटर मुफ्त पानी दिया जा सके।
उन्होंने आगे कहा कि अगर शहर में पानी के लीकेज और खराब मीटरों को दूर कर दिया जाए तो इससे नगर निगम को करोड़ों रुपये का फायदा होगा, जिससे शहरवासियों को 20 हजार लीटर मुफ्त पानी आसानी से उपलब्ध कराया जा सकेगा।
उन्होंने आगे कहा कि बीजेपी जनविरोधी पार्टी है, जिसका उदाहरण समय-समय पर सामने आता रहता है। अब फिर खुलासा हुआ है कि साल 2019 में नगर निगम में पानी का बिल बढ़ाने का जो एजेंडा लाया गया था, उसका समर्थन कर पूर्व बीजेपी अध्यक्ष अरुण सूद द्वारा चंडीगढ़ वासियों पर अतिरिक्त बोझ डाला गया। जिसके कारण 2020 में पानी का बिल बढ़ा दिया गया और शहरवासियों पर अतिरिक्त बोझ डाला गया। डॉ. एसएस आहलूवालिया ने आगे कहा कि आने वाले दिनों में बीजेपी के और भी काले कारनामे उजागर होंगे।
इस मौके पर मेयर कुलदीप कुमार ने कहा कि आज उन्होंने गृह सचिव को पत्र लिखकर कहा है कि उन्होंने अखबारों में पढ़ा है कि शहर में पीने के पानी के बिल में 5 फीसदी की बढ़ोतरी की जा रही है, जिससे शहरवासियों पर अतिरिक्त बोझ पड़ेगा। उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ नगर निगम ने बीते दिन शहरवासियों को 20 हजार लीटर मुफ्त पानी देने का एजेंडा पास किया है, इसलिए हमें शहरवासियों पर 5% बिल वृद्धि रोकनी चाहिए और 20,000 लीटर मुफ्त पानी उपलब्ध कराने के लिए आगे की कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि भाजपा जानबूझ कर शहरवासियों को 20 हजार लीटर मुफ्त पानी देने में बाधा डाल रही है।