दिनभर की थकान के बाद लोग रात को चैन की नींद सोते हैं। सेहतमंद रहने के लिए अच्छी नींद बेहद जरूरी होती है, लेकिन इन दिनों बिगड़ती लाइफस्टाइल की वजह से लोग लगातार नींद से जुड़ी समस्याओं के शिकार होते जा रहे हैं। ऐसे में लोगों को नींद का महत्व समझाने और नींद से जुड़ी विभिन्न समस्याओं को दूर करने के मकसद से हर साल मार्च महीने के तीसरे शुक्रवार को स्लीप डे के रूप में मनाया जाता है।
पीजीआई न्यू ओपीडी में ऑटोलेरिंजियोलॉजी व ई एन टी डिपार्टमेंट द्वारा इस अवसर पर विशेष स्क्रीनिंग कैंप आयोजित किया गया। जिसका सैकड़ो मरीज ने लाभ उठाया विशेषज्ञों ने लोगों को स्लीप एप्निया के संबंध में जानकारी दी। उन्हें बीमारी के कारण, लक्षण और बचाव के तरीके विस्तार से बताये। ईएनटी विभाग के प्रमुख प्रोफसर एन के पांडा व प्रो संदीप बंसल ने बताया कि मोटापा इस बीमारी का मुख्य कारण है। अपने रहन सहन और खानपान पर नियंत्रण कर, वजन को काबू में करें।
पीजीआई में हर महीने ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया के करीब 50 नए मरीज आते हैं
हाल के अध्ययनों ने पुरुषों में ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एप्निया की व्यापकता को औसतन 22% (सीमा, 9-37%) और महिलाओं में 17% (सीमा, 4-50%) पर रखा है। यह देखा गया है कि मोटापा हमें ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एप्निया की ओर ले जाता है।