लोकसभा चुनाव से पहले शहर के सभी प्रॉपर्टी संगठन एक जुट हो गए हैं , सभी प्रॉपर्टी संगठनों ने आपस में मिलकर एक संकल्प पत्र जारी किया है जिसमें उन्होंने कहा है की सभी राजनीतिक दलों से हमारी अपील है की चंडीगढ़ से लोकसभा प्रत्याशी चंडीगढ़ का लोकल नेता हो न कि कोई बाहरी अभिनेता, इस बार कोई भी बाहरी उम्मीदवार लाकर हमारे सिर पर ना बैठाया जाए, क्योंकि शहर को चलाने वाले बाहरी अफसर भी 3 साल के लिए आते हैं और उन्हें हमारी दिक्कतों का एहसास ही नहीं होता ,इसी प्रकार यदि कोई बाहरी कैंडिडेट आएगा तो उसे भी हमारी मुश्किलों की समझ ही नहीं होगी , इसलिये हम इस बार नोटा का विकल्प चुन रहे हैं ।
जैसे 1 साल पहले शेयर वाइस रजिस्ट्री को बैन करके , सुप्रीम कोर्ट के ऑर्डर को गलत इन्टरप्रेट करके तुग़लकी फैसला ले लिया था , जिससे 500 करोड रुपए के सौदे रुके हुए हैं , इसकी वजह से कोर्ट में लोगों को मजबूरन जाना पड़ रहा है , वहीं सरकार का राजस्व का नुकसान अलग हो रहा है ।
बुधवार शाम हुई इस मीटिंग में चंडीगढ़ प्रॉपर्टी कंसल्टेंट एसोसिएशन , चंडीगढ़ शेयरहोल्डर्स वेलफेयर एसोसिएशन सहित शहर की सभी प्रॉपर्टी संगठन के नॉमिनी मौजूद रहे।
चंडीगढ़ प्रॉपर्टी संगठन के कमल गुप्ता ने बताया कि शहर के प्रॉपर्टी से संबंधित सभी मुद्दों जिनमें लीज होल्ड से फ्री होल्ड, मिसयूज वायलेशन ,कलेक्टर रेट घटाने और एफ आर बढ़ाने जैसी मांगों के साथ-साथ सबसे ज्वलंत मुद्दा शेयर वाइस रजिस्ट्री रोकने पर विस्तार पूर्वक चर्चा हुई व सभी ने एकजुट से संकल्प लिया कि यदि बाहर का कोई कैंडिडेट होगा तो हम लोग नोटा को वोट देंगे।
इस मौके पर संगठन के नुमाइंदों में कमल गुप्ता ,गौरव कंसल, जितेंद्र सिंह, सुरेंद्र सिंह, हरपाल सिंह, तरलोक सिंह , विक्रम चोपड़ा , संजीव कुमार आदि मौजूद रहे ।