आबकारी विभाग यू.टी. चंडीगढ़ शराब उत्पादन, वितरण और खुदरा बिक्री की पूरी आपूर्ति श्रृंखला की प्रभावी निगरानी के लिए एक ट्रैक और ट्रेस सिस्टम लागू करने जा रहा है। ट्रैक और ट्रेस सिस्टम उत्पादन चरण से शुरू होता है, जहां प्रत्येक शराब की बोतल को एक विशिष्ट पहचान कोड यानी क्यूआर कोड दिया जाता है। प्रत्येक बोतल के साथ-साथ केस पर क्रमशः क्यूआर और बार कोड के रूप में एक विशिष्ट पहचान होगी, जिसे स्कैन करके शराब के स्रोत और प्रवाह के ट्रैक को सत्यापित किया जा सकता है।
आबकारी-कर आयुक्त विनय प्रताप सिंह ने कहा इसके लिए एक मोबाइल ऐप भी बनाई गई है , जो क्यूआर कोड को स्कैन करके शराब की बोतल की प्रामाणिकता की जांच करने में मदद करेगा। ट्रैक और ट्रेस सिस्टम हितधारकों के बीच पारदर्शिता और जवाबदेही को बढ़ावा देता है। यह तस्करी और नकली उत्पादन जैसी अवैध गतिविधियों को हतोत्साहित करता है, एक निष्पक्ष और प्रतिस्पर्धी बाजार वातावरण को बढ़ावा देता है।
यह विभाग को किसी भी अनधिकृत गतिविधियों का पता लगाने में मदद करेगा, सरकार यह सुनिश्चित कर सकती है कि सभी करों और शुल्कों का पूरा भुगतान किया गया है। सिस्टम के लिए सॉफ्टवेयर राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र, सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग, चंडीगढ़ प्रशासन द्वारा विकसित किया गया है। इसका ट्रायल भी सफलतापूर्वक किया जा चुका है। हितधारकों को उनकी पसंद की कंपनी से हार्डवेयर यानी प्रिंटर और स्कैनर खरीदने के लिए विनिर्देश पहले ही दिए जा चुके हैं। उत्पाद शुल्क एवं कराधान विभाग नीचे दिए गए कार्यक्रम के अनुसार प्रिंटर के लिए टैम्पर एविडेंट एडहेसिव स्टिकर (टीईएएस) और रिबन की खरीद के लिए निविदा जारी कर रहा है।
ई-टेंडर का प्रकाशन – 08.04.2024
जमा करने की अंतिम तिथि – 22.04.2024 (सुबह 10 बजे तक)
तकनीकी बोली खोलना – 22.04.2024 (सुबह 11 बजे तक)
वित्तीय बोलियाँ खोलना – 23.04.2024 (सुबह 11 बजे तक)