पंजाब सीएम के ओएसडी समेत आप चंडीगढ़ के वरिष्ठ नेता मौजूद रहे
चंडीगढ़, 28 फरवरी, 2024: आम आदमी पार्टी (आप) द्वारा सुप्रीम कोर्ट में लड़ाई लड़ने के बाद, कुलदीप कुमार ने आज आधिकारिक तौर पर चंडीगढ़ के मेयर का पद संभाल लिया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री पंजाब के ओएसडी राजवीर सिंह घुम्मन, पंजाब जल आपूर्ति एवं सीवरेज बोर्ड के चेयरमैन एवं सह-प्रभारी आप चंडीगढ़ डॉ. एसएस आहलूवालिया, आप के वरिष्ठ नेता प्रदीप छाबड़ा, नरेश गर्ग, चंद्रमुखी शर्मा, आभा बंसल, पीपी घई, मीना शर्मा और पार्षद प्रेम लता, दमनप्रीत सिंह, जसवीर सिंह लाडी, योगेश ढींगरा, मनोवर, रामचन्द्र यादव, अंजू कत्याल, सुमन शर्मा, जसविंदर कौर ने कुलदीप कुमार का मुंह मीठा कराया और उन्हें मेयर की कुर्सी पर बैठाया और बधाई दी। इस मौके पर बड़ी संख्या में आप और कांग्रेस अन्य नेता और वॉलन्टियर भी मौजूद थे।
इस अवसर पर बोलते हुए मेयर कुलदीप कुमार ने कहा कि सत्य की हमेशा जीत होती है। जिस प्रकार से भाजपा ने 30 जनवरी को अपने मनोनीत पार्षद एवं पीठासीन अधिकारी अनिल मशीह द्वारा उनके 8 वोट रद्द करवाकर लोकतंत्र की हत्या की गयी थी। जिस पर फैसला सुनाते हुए माननीय सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि इस तरह से खुलेआम की जा रही लोकतंत्र की हत्या को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा 8 वोटों को सही करार देना लोकतंत्र की जीत है। मैं माननीय सर्वोच्च न्यायालय को धन्यवाद देता हूं, जिन्होंने लोकतंत्र को जीवित रखा है।’
उन्होंने आगे कहा कि आज औपचारिक रूप से मेयर का पद संभालने के बाद पूरे चंडीगढ़ शहर के हर क्षेत्र में विकास किया जाएगा। हमने शहरवासियों से जो वादे किये हैं, उसे जल्द ही नगर निगम की बैठक में पारित कर शहरवासियों को उसका लाभ दिया जायेगा। चंडीगढ़ शहर को देश में नंबर 1 पर लाया जाएगा। शहरवासियों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।
इस अवसर पर बोलते हुए डॉ. एसएस आहलूवालिया ने कहा कि चंडीगढ़ नगर निगम के मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर के चुनाव में भाजपा ने जो लोकतंत्र की हत्या करने का काम किया है। उसको लेकर शहरवासी भाजपा को कभी माफ नहीं करेंगे, क्योंकि 2021 में शहरवासियों ने आम आदमी पार्टी को सबसे ज्यादा वोट देकर आप के सबसे ज्यादा पार्षद जिताए, लेकिन हर बार भाजपा ने गलत तरीके से अपना मेयर बनाया और शहरवासियों पर थोपा गया। इस बार जब आप और कांग्रेस ने मिलकर अपने उम्मीदवार मैदान में उतारे तो बीजेपी अपनी हार को पचा नहीं पाई, जिसके चलते उन्होंने 30 जनवरी को कुलदीप कुमार के 8 वोटों को रद्द कर दिया और अपने फर्जी मेयर को कुर्सी पर बैठा दिया। माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने इसे लोकतंत्र की हत्या करार देते हुए कुलदीप कुमार को मेयर घोषित किया था।
उन्होंने आगे कहा कि बीजेपी पूरे देश में लोकतंत्र की हत्या कर रही है, हर राज्य में दूसरे दलों के नेताओं, विधायकों और पार्षदों को डरा-धमका कर बीजेपी में शामिल कराया जा रहा है। जिस पर माननीय सुप्रीम कोर्ट ने भी कड़ी टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि अब माननीय सुप्रीम कोर्ट के द्वारा सब कुछ जनता के सामने आ गया है, आने वाले लोकसभा चुनाव में जनता बीजेपी को सत्ता से बाहर कर देगी।