शहर के विकास कार्यों में बाधा डाल रहे हैं नगर निगम के अधिकारी : मेयर कुलदीप कुमार
चंडीगढ़, 8 मार्च 2024: मेयर कार्यालय की ओर से नगर निगम के अधिकारियों को पिछले दिनों तीन पत्र जारी किये गये थे। जिनमें पहला 6 मार्च को बजट हाउस की बैठक से संबंधित था और दूसरा 7 मार्च को नगर निगम की विशेष हाउस मीटिंग के लिए जारी किया गया था। तीसरा पत्र 11 मार्च को एफएंडसीसी के चुनाव और बैठक को लेकर था। जिनमें से दो पत्रों पर नगर निगम के अधिकारियों ने कार्रवाई कर दी, जबकि सात मार्च को नगर निगम की विशेष सदन की बैठक के लिए जारी पत्र पर अमल नहीं किया गया और विशेष सदन की बैठक रोक दी गयी। इन बातों का प्रगटावा आज मेयर कुलदीप कुमारने किया।
मेयर कुलदीप कुमार ने आगे कहा कि नगर निगम के अधिकारी जानबूझकर भाजपा के इशारे पर चंडीगढ़ के विकास कार्यों और लोगों को सुविधाएं देने में बाधा डाल रहे हैं। उन्होंने कहा कि 7 मार्च को सदन की विशेष बैठक बुलाई गई थी, जिसमें नगर निगम कमिश्नर को आगे की कार्रवाई के लिए पत्र जारी किया गया था। इसके बाद जो पत्र नगर निगम के सचिव के पास पहुंचा था, उस पर विशेष सदन की बैठक के लिए कोई कार्रवाई नहीं की गयी और विशेष सदन की बैठक नहीं हो सकी।
उन्होंने कहा कि 7 मार्च को नगर निगम की विशेष हाउस मीटिंग में चंडीगढ़ वासियों को 20000 लीटर मुफ्त पानी और मुफ्त पार्किंग दी जानी थी। जो नगर निगम अधिकारियों के कारण नहीं दिया जा सका। नगर निगम के अधिकारियों का इस तरह का व्यवहार आम लोगों को सुविधाएं देने से रोक रहा है। नगर निगम के सचिव ने जिस प्रकार 7 मार्च को आगे की कार्रवाई न कर बैठक को रोका, वह बेहद निंदनीय है।
उन्होंने आगे कहा कि चंडीगढ़ के कल्याण और विकास के लिए हम सभी को एक-दूसरे का साथ देना चाहिए। इस प्रकार बाधा उत्पन्न नहीं की जानी चाहिए। नगर निगम चुनाव में हुई लोकतंत्र की हत्या के कारण पहले ही चंडीगढ़ शहर पूरी दुनिया में बहुत बदनामी हो चुकी है। हमें चंडीगढ़ को देश का नंबर 1 शहर बनाने के लिए मिलकर काम करना चाहिए।